Varshal Nirbhavane | Updated: Nov 21, 2022 16:55 IST
इस योजना से विश्वविद्यालयों में विश्लेषित राज्य (दक्षिण कैरोलिना, एसटी, ओबीसी, एमबीसी और ईडब्ल्यूएस) के आरक्षित वर्ग के छात्रों को गैर-वाणिज्यिक केंद्रों के लिए कूपन दिए जाएंगे। इस योजना के तहत 5000 प्रशिक्षुओं को निस्संदेह दस माह के लिए प्रमाणपत्र वितरित किए जाएंगे।
ऐसे सभी विद्यार्थियों के लिए राजस्थान सरकार द्वारा अनेक योजनाएँ संचालित की जाती हैं। इस योजना से विद्यार्थियों को गृह सुविधा के लिए राज्य सरकार के माध्यम से प्रमाण पत्र आसानी से उपलब्ध करा दिया जाएगा। जैसे कि राजस्थान अम्बेडकर डीबीटी कूपन सिस्टम क्या है?
अम्बेडकर डीबीडी वाउचर कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अपनी संपत्तियों से दूर रहने वाले आरक्षित कॉलेज में पढ़ने वाले मूक प्रकार के छात्रों को घरेलू सुविधाओं के लिए टोकन प्रदान करना है। इस व्यवस्था के माध्यम से प्रदेश के प्रशिक्षणार्थियों को आवासीय संसाधन हेतु 5000 से 7000 तक की आर्थिक सहायता निस्संदेह प्रदान की जायेगी। वर्तमान में, स्थिति के प्रशिक्षुओं को राजस्थान अम्बेडकर डीवीटी टोकन योजना के माध्यम से अपना घर छोड़ने के लिए कुटीर प्राप्त होगा ताकि वे बिना किसी तनाव के अपनी शोध अध्ययन कर सकें। इस कार्यक्रम से विद्यार्थी स्वावलंबी और प्रोत्साहित तो होंगे ही साथ ही उनकी पढ़ाई और काम करने की दर में भी सुधार होगा।
लाभ और राजस्थान अम्बेडकर डीबीटी वाउचर योजना 2022 के घटक भी।
राजस्थान अम्बेडकर डीबीटी कूपन योजना 2022 वास्तव में राजस्थान के मुख्य मंत्री श्री अशोक गहलोत जी के कारण शुरू हुई है।
इस योजना से राज्य के अनुसूचित वर्ग के महाविद्यालयों में अध्ययनरत अनुसूचित वर्ग के विद्यार्थियों को सम्पत्ति स्थानों पर कूपन भेजे जायेंगे।
इस योजना के तहत यदि छात्र मुख्य संभागीय कार्यालय में रहता है तो उसे 7000 मासिक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यदि छात्र जिला आधार पर रहता है तो उसे 5000 मासिक का आर्थिक सहयोग दिया जायेगा।
इसे भी पढ़ें: West Bengal Chaa Sundari Scheme 2022: आवेदन पत्र, पात्रता
राजस्थान सरकार द्वारा नियोजित श्रेणी के प्रशिक्षुओं के लिए यह एक नई योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत बुक्ड कैटेगरी के प्रशिक्षुओं को डोमेस्टिक लोकेशन (आर्थिक मदद) प्राप्त होगी जो वास्तव में कंडीशन सरकार द्वारा दी जाती है।
अम्बेडकर में, डीबीटी वाउचर योजना प्रशिक्षुओं को इस कार्यक्रम में मासिक 7000 रुपये की आर्थिक सहायता प्राप्त होगी।
उत्साह योजना के छात्रों को 10 महीने के लिए 7000 रुपये मिलेंगे। इस प्रकार कुल 70000 रुपये की राशि लगभग संघीय सरकार को देय होगी।
बुक किए गए वर्गीकरण (एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, एमबीसी) के बारे में चिंतित छात्र इस कार्यक्रम के हकदार हैं।
अपने कॉलेज के स्नातक या स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे छात्र जल्दी से योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आप हेल्पलाइन राशि और अंतिम तिथि के लिए एसएसओ पोर्टल पर कॉल कर सकते हैं।
अपनी पिछली परीक्षाओं में 75% अंकों वाले छात्र इस योजना के हकदार हैं।
हमारी टीम को उम्मीद है कि “अंबेडकर डीबीटी टोकन योजना” से संबंधित प्रासंगिक जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी। हम सभी आरक्षित वर्ग के छात्रों को इस योजना में भाग लेने के लिए प्रेरित करते हैं और यथासंभव योजना का लाभ उठाते हैं।
इस योजना का उपयोग करते हुए, राज्य के अनुसूचित वर्गीकरण प्रशिक्षु (दक्षिण कैरोलिना, एसटी, ओबीसी, एमबीसी, और ईडब्ल्यूएस) जो कॉलेजों की जांच कर रहे हैं, निस्संदेह होम सेंटरों के लिए वाउचर प्रदान किए जाएंगे। इस योजना के तहत 5000 प्रशिक्षुओं को दस माह तक गुणवत्तापूर्ण तरीके से कूपन प्रदान किए जाएंगे। इस योजना के माध्यम से विद्यार्थियों के घरेलू संसाधनों के लिए केंद्र सरकार द्वारा टोकन आसानी से उपलब्ध कराये जायेंगे। अम्बेडकर डीबीडी सर्टिफिकेट योजना का प्राथमिक उद्देश्य आरक्षित विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले और अपने निवास से दूर रहने वाले व्यवस्थित प्रकार के प्रशिक्षुओं को घरेलू सुविधाओं के लिए वाउचर प्रदान करना है। अब राज्य के छात्र निस्संदेह राजस्थान अम्बेडकर डीवीटी वाउचर कार्यक्रम के साथ अपनी संपत्तियों से दूर जाने के लिए आवास प्राप्त करेंगे ताकि वे बिना किसी तनाव के आसानी से अपना शोध कर सकें।